आप रास चुनाव में खोज रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुखर विरोधी
नई दिल्ली.आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली से राज्य सभा की तीन सीटों को भरने के लिए योग्य उम्मीदवार नहीं मिल पा रहा है.
दिल्ली से राज्य सभा की तीन सीटों 29 दिसंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है,5 जनवरी तक नामांकन की आखिरी तारीख है. 6 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं.चुनाव 16 जनवरी को होंगे.
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आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से घोषित उम्मीदवार का संसद पहुंचना लगभग तय है क्योंकि दिल्ली विधान सभा में आम आदमी पार्टी को बहुमत प्राप्त है. बता दें कि 70 सदस्यों वाली दिल्ली विधान सभा में आप के 67 और बीजेपी के तीन विधायक हैं।
इस बीच, पार्टी नेता कुमार विश्वास के समर्थक उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए हंगामा और विरोध-प्रदर्शन कर रहें हैं. विश्वास के समर्थकों ने आज पार्टी दफ्तर में चार घंटे तक हंगामा किया.कुमार विश्वास पर पार्टी को विश्वास नहीं है. आप पार्टी बाहरी उम्मीदवारों को खोज रही है.
आप पार्टी चाहती है कि राज्य सभा में ऐसे चेहरे को भेजा जाय जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुखर विरोधी हो. आप ने पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन और पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टी एस ठाकुर से संपर्क किया लेकिन उन्होंने भी इनकार कर दिया.
इसी क्रम में भाजपा नेता यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, इंफोसिस के संस्थापक एम नारायणमूर्ति, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और उद्योगपति सुनील मुंजाल से भी संपर्क करने की चर्चा है.
चुनाव आयोग के मुताबिक 5 जनवरी तक नामांकन की आखिरी तारीख है। 6 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। चुनाव 16 जनवरी को होंगे। कांग्रेस के तीन सांसदों जनार्दन द्विवेदी, कर्ण सिंह और परवेज हाशमी 27 दिसंबर को अपना कार्यकाल पूरा कर राज्य सभा से रिटायर हो गए। इनकी सेवानिवृति से ये सीटें खाली हुई हैं।