Coronavirus Treatment कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया परेशान है और अब तक लाखों लोगों की जान इस वायरस की वजह से जा चुकी है.
हेल्थ डेस्क,लोक हस्तक्षेप
Coronavirus Treatment कोरोना संक्रमण से बचे रहने और इसकी चपेट में आने के बाद जल्द से जल्द रिकवर होने के लिए जरूरी है,
आपकी (Boost immune system) रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत हो.
आयुष मंत्रालय और भारत सरकार के द्वारा भी लोगों को रोग (Boost immune system ) प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काढ़ा पीने की सलाह दी गई है.
इस दौरान कई ऐसे लोग हैं जो दिन में जितनी बार मन कर रहा है,
उतनी बार काढ़े का सेवन कर रहे हैं.
Coronavirus Treatment काढ़े का सेवन करने के कारण कुछ लोगों को विशेष प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और वह डॉक्टर के पास जा रहे हैं.
इन समस्याओं के बारे में आपको भी जानना चाहिए ताकि आप हॉस्पिटल या फिर डॉक्टर के पास जाने से बचे रहें.
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कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना बहुत जरूरी है
और इसके लिए काढ़े का सेवन सकारात्मक रूप से फायदा भी पहुंचाता है.
इतना ही नहीं, हॉस्पिटल में भर्ती कई संक्रमित मरीजों को भी तुलसी, काली मिर्च, लौंग आदि से युक्त काढ़े का सेवन कराया जा रहा है
और इसके सकारात्मक परिणाम भी देखे गए हैं.
इसी बात को जानने के बाद कई लोगों ने दिन और रात में काढ़ा पीने को अपनी आदत में शामिल कर लिया है.
ऐसे लोगों को पेट में जलन, आंखों में जलन, मुंह में छाले और अपच की समस्या से भी दो-चार होना पड़ रहा है.
Coronavirus Treatment काढ़ा एक आयुर्वेदिक विधि से तैयार होता है जिसके कारण यह त्रिदोष की आशंका भी उत्पन्न कर देता है.
त्रिदोष वात, कफ और पित्त से जुड़ा हुआ है.
काढ़ा की तासीर या फिर कुछ लोगों का शारीरिक तापमान भी अलग-अलग प्रभाव रखता है.
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इस कारण अधिक मात्रा में काढ़ा का सेवन पेट में जलन और शरीर में विभिन्न प्रकार की समस्याओं को जन्म दे सकती है.
डॉक्टरों का कहना है कि कई लोग ऐसे हैं जो दिन में 4 से 5 बार अधिक मात्रा में काढ़ा का सेवन कर रहे हैं.
इसमें मिलाई गई सामग्री भी गर्म तासीर रखती है.
लोगों के द्वारा हर बार काढ़ा पीने के लिए सभी सामग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
इसलिए डॉक्टरों ने स्थिति को जानने के बाद यह सुझाव दिया है कि दिन में ज्यादा से ज्यादा तीन बार ही काढ़े का सेवन करें.
इस दौरान विशेष ध्यान दें कि गर्म तासीर वाली सामग्री का हर बार एक समान मात्रा में उपयोग न करके अलग-अलग मात्रा में प्रयोग करें.
बता दें कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए लौंग, हरी इलायची, काली मिर्च, दालचीनी, सोंठ, मुनक्का को प्राथमिक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है.
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कई मरीजों ने इसका सेवन करके ही कोरोना वायरस को हराने में भी जीत हासिल की है.
इनमें से कुछ सामग्रियों की तासीर गर्म होती है इसलिए इनका सीमित मात्रा में ही प्रयोग करके काढ़े को तैयार करें.
किसी भी प्रकार की जलन आदि महसूस होती है तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें.