Babri Demolition Case स्पेशल सीबीआई कोर्ट में फैसला 30 सितंबर को

0
172
Babri Demolition Case

Babri Demolition Case एक स्पेशल सीबीआई कोर्ट बाबरी मस्जिद विध्वंस केस (Babri Masjid Demolition Case) में 30 सितंबर यानी बुधवार को फैसला सुनाने वाली है.

लखनऊ:LNN: Babri Demolition Case एक स्पेशल सीबीआई कोर्ट बाबरी मस्जिद विध्वंस केस (Babri Masjid Demolition Case) में 30 सितंबर यानी बुधवार को फैसला सुनाने वाली है.

इस केस में बीजेपी के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह और अन्य लोग मुख्य आरोपी हैं.

कोर्ट ने सभी आरोपियों को उस दिन कोर्ट में मौजूद रहने को कहा है.

यह भी पढ़ें:Vice President एम वेंकैया नायडू हुए कोरोना वायरस से संक्रमित

हालांकि अब खबर आई है कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी फैसला सुनाए जाने के समय मौजूद नहीं रहेंगे.

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को 16 शताब्दी की मस्ज‍िद को ढहाए जाने के करीब 28 साल बाद लखनऊ की विशेष सीबीआई अदालत बुधवार को अपना फैसला सुनाएगी.

Babri Demolition Case में भाजपा नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह पर आपराधिक साजिश और शत्रुता को बढ़ावा देने के आरोप हैं.

स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने सभी आरोपियों को कोर्ट में मौजूद रहने को कहा है लेकिन कोरोना महामारी और स्वास्थ्य कारणों से सभी ऐसा कर पाने में समर्थ नहीं हैं.

यह भी पढ़ें:unionminister-suresh-angadi सुरेश अंगड़ी का निधन हुए थे कोरोना पॉजिटिव

Babri Demolition Case में 92 वर्षीय लालकृष्ण आडवाणी और 86 वर्षीय मुरली मनोहर जोशी ने कथ‍ित रूप से पेशी से छूट मांगी है.

उमा भारती कोरोना से पीड़ित हैं और अस्पताल में हैं जबकि कल्याण सिंह का भी कोरोना का इलाज जारी है.

एक अन्य हाई प्रोफाइल आरोपी राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास हैं.

अदालत यह तय करेगी कि क्या भाजपा नेताओं और अन्य लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराने के लिए हजारों हिंदू कार्यकर्ताओं या “कार सेवकों” को उकसाया था.

Follow us on Facebook

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here