COVID Test कोरोना टेस्टिंग का स्तर एक लाख टेस्ट प्रति 10 दस लाख आबादी के पार पहुंच. डीआरडीओ में अब तक दो व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है.
नई दिल्ली:LNN:COVID Test देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के कुल मामले 93.5 लाख के पार पहुंच गए हैं. पहले की तुलना में रोजाना आने वाले नए मामलों की संख्या में कमी देखने को मिली है.
भारत में कोरोना टेस्टिंग का स्तर एक लाख टेस्ट प्रति 10 दस लाख आबादी के पार पहुंच गया है.
COVID Test देश की 10 प्रतिशत आबादी का कोरोना टेस्ट हो चुका है.
अब तक कुल 13,82,20,354 (13.82 करोड़) टेस्ट हुए हैं. 1,00,159.7 टेस्ट प्रति 10 लाख आबादी टेस्ट हो चुके हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, प्रति 10 लाख आबादी के हिसाब से देश में सबसे ज्यादा टेस्टिंग राजधानी दिल्ली में है, जबकि सबसे कम टेस्टिंग नागालैंड में हुई है.
दिल्ली हर दस लाख की आबादी पर टेस्ट की संख्या के मामले में देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है.
उधर डीआरडीओ की दिल्ली स्थित प्रयोगशाला सीफीज में पिछले दिनों से कोरोना के कई केस सामने आए हैं. 2 लोगों की मौत हो गई है और बहुत से वैज्ञानिक व कर्मचारी संक्रमित हुए हैं.
इस प्रयोगशाला के निदेशक राजीव नारंग पॉजिटिव पाए गए हैं.
कोरोना के रोकथाम के लिए इस प्रयोगशाला में कोई व्यवस्था नहीं की गई जबकि सीफीज भारत सरकार के सभी कार्यालयों में सैनिटाइजर की आपूर्ति करता था.
पर्याप्त सैनिटाइजेशन और आइसोलेशन ना होने की वजह से पूरे प्रयोगशाला में भय का माहौल है.दिल्ली में कोरोंना के केस दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं .
सीफीज डीआरडीओ की एक महत्वपूर्ण संस्थान है जहां अब तक दो व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है.
प्रयोगशाला का स्थानीय प्रशासन इसे रोकने में उदासीन व नाकाम रहा है और सरकार के दिशा निर्देशों का उचित पालन भी नहीं किया जा रहा है.
शीर्ष पांच राज्य जहां प्रति दस लाख आबादी पर सबसे ज्यादा टेस्टिंग हुई है यानी वह राज्य जहां राष्ट्रीय औसत से ज्यादा टेस्टिंग हो रही है, उनमें दिल्ली (3,30,201) पहले पायदान पर है.
दूसरे पर लद्दाख (2,41,355), तीसरे पर गोवा (2,37,626), चौथे पर अंडमान निकोबार (2,02,033 5) और पांचवें में आंध्र प्रदेश (1,77,627) है.
देश में कुल 23 राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां प्रति दस लाख आबादी पर होने वाले टेस्ट की संख्या राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है,
जबकि 13 राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां प्रति दस लाख आबादी पर होने वाले टेस्ट की संख्या राष्ट्रीय औसत से कम है.