अरुणाचल प्रदेश के डोकलाम क्षेत्र में भारत एवं चीन के बीच कायम है गतिरोध
नई दिल्ली.चीन ने अरुणाचल प्रदेश को लेकर एक बार फिर एेसा बयान जिससे दिया है सभी दंग रह गये हैं. उसका कहना है कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिण तिब्बत का हिस्सा हैं.
चीन ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा कभी माना ही नहीं. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यह टिप्पणी तब की जब रिपोर्ट में अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के एक गांव के पास चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए थे.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कहा कि सीमा मुद्दे पर हमारी स्थिति एक जैसी रही है.
हमने अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा कभी माना ही नहीं. मीडिया रिपोर्ट में जिस स्थिति का जिक्र किया है, मैं उससे वाकिफ नहीं हूं.
भारत चीन सीमा पर नियंत्रण रेखा के 3,488 किमी लंबे हिस्से को लेकर विवाद है. विदित हो कि पिछले महीने निर्माण सामग्री के साथ भारतीय सीमा में घुसे चीनी सैनिकों को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया था.
चीनी सैनिक अपनी निर्माण सामग्री भारतीय सीमा में ही छोड़कर चले गए थे.
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा से जुड़े मामलों के लिए तंत्र है. इस तंत्र के जरिए चीन और भारत सीमा मामलों का प्रबंधन कर सकते हैं. सीमा पर शांति एवं स्थिरता बनाए रखना भारत और चीन दोनों के हित में है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पूछे जाने पर कि क्या डोकलाम क्षेत्र की तरह भारत एवं चीन के बीच एक और गतिरोध कायम हो गया है उन्होंने कहा पिछले साल का गतिरोध सुलझा लिया गया .
सीमा मुद्दे पर वार्ता के नतीजे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने साफ कर दिया कि दोनों देश चीन-भारत संबंधों के निरंतर सुधार के लिए मिलकर काम करेंगे.
22 दिसंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और उनके चीनी समकक्ष यांग जाइची के बीच 20वें दौर की सीमा मसले पर बातचीत के समय ही अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ की खबर आई.