Armed forces को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रयास तेज करने में मदद मिलेगी.
नई दिल्ली:LNN:Armed forces सशस्त्र बलों को केंद्र सरकार ने कोविड क्वारंटाइन यूनिट बनाने के लिए आपात वित्तीय शक्तियां दे दी हैं. उन्हें आपात चिकित्सा जिम्मेदारी (medical tasks) निभाने की शक्तियां भी दी गई हैं.
देश में कोरोना के करीब पौने चार लाख मामलों के बीच यह कदम उठाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की है और कोरोना के खिलाफ युद्धस्तर पर तैयारियों के लिए सैन्य बलों को निर्देश दिए हैं.
Armed forces इसके जरिये सशस्त्र सेनाओं को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रयास तेज करने में मदद मिलेगी. पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना के रिकॉर्ड मामलों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
ऐसे अधिकार मिलने से सेनाएं कोविड से जुड़े केंद्रों का संचालन कर पाएंगे, जरूरी उपकरण खरीदने और अन्य संसाधन जुटाने का काम तेजी से कर सकेंगे.
वे किसी भी आपात जिम्मेदारी को निभाने के लिए पूरी तरह तैयार होंगे.
मालूम हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 20 अप्रैल को नई दिल्ली में देशभर में कोविड-19 मामलों में हाल ही में हुई बढ़ोतरी से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक वर्चुअल बैठक की थी.
रक्षा मंत्री सिंह ने सभी रक्षा प्रतिष्ठानों को अधिक कोविड-19 अस्पताल स्थापित करने, आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करने के लिए निर्देश दिए थे.
राजनाथ सिंह को इस बात की जानकारी दी गई कि कैसे सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा, डीआरडीओ, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू), ओएफबी और रक्षा मंत्रालय के अन्य संगठनों जैसे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) द्वारा कोविड 19 महामारी के इस मुश्किल दौर में देश की जनता की मदद की जा रही है.
उन्होंने डीपीएसयू, ओएफबी और डीआरडीओ से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द राज्य सरकारों को ऑक्सीजन सिलेंडर और अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर काम करें.