Priyanka Gandhi Vadra उत्तर प्रदेश में जो घट रहा है वह मानवता के खिलाफ अपराध से कम नहीं है और इसमें यूपी राज्य चुनाव आयोग भी भागीदार है.
नई दिल्ली:LNN: Priyanka Gandhi Vadra कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान 700 शिक्षकों की मौत होने का दावा करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
अपने ट्विटर अकाउंट से उन्होंने राज्य सरकार के साथ साथ राज्य चुनाव आयोग को भी कटघरे में खड़ा किया.
Over 700 teachers have died in Uttar Pradesh, including a pregnant lady who was forced to attend polling duty for the Panchayat elections.
1/6 pic.twitter.com/o5WPcuO7tu
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 1, 2021
Priyanka Gandhi Vadra प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यूपी में चुनाव ड्यूटी करने वाले लगभग 700 शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है.
इसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है जिसे चुनाव ड्यूटी करने के लिए जबरन मजबूर किया गया था.
यह भी पढ़ें :MP Gautam Gambhir ने दिल्ली में 200 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर की व्यवस्था की
उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बारे में एक बार भी विचार किए बिना उत्तर प्रदेश की लगभग 60,000 ग्राम पंचायतों में इन चुनावों को कराया गया.
चुनावों के दौरान बैठकें हुईं, चुनाव अभियान चला और अब ग्रामीण इलाकों में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है
यह भी पढ़ें : Hyundai अपनी famous कारों पर दे रही शानदार डिस्काउंट जानें सबकुछ
प्रियंका गांधी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में लोगों की बड़ी संख्या में मौत हो रही है जोकि झूठे सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा है.
उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में लोगों की घरों में मृत्यु हो जा रही है
और इनको कोविड से होने वाली मौतों के आंकड़ों में गिना भी नहीं जा रहा क्योंकि ग्रामीण इलाकों में टेस्ट ही नहीं हो रहे हैं.
यह भी पढ़ें :Anthony Fauchy ने कहा कोरोनावायरस से निपटने में टीकाकरण की भूमिका अहम
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सरकार का रुख सच दबाने की तरफ है और उसका अधिकतम प्रयास जनता व लोगों की दिन रात सेवा कर रहे मेडिकल समुदाय को भयभीत करने में रहा है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो घट रहा है वह मानवता के खिलाफ अपराध से कम नहीं है और इसमें यूपी राज्य चुनाव आयोग भी भागीदार है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मत डाले जा चुके हैं.
पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ. चुनाव की तैयारियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी आयोग को लताड़ चुका है.
हालांकि बाद में कोर्ट ने इन चुनावों की मतगणना की इजाजत दे दी है.