Panchayat Election पंचायत चुनाव के नतीजों से योगी सरकार को झटका. पंचायत के चुनाव में वाराणसी में भी बीजेपी को शिकस्त मिली है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में जिला पंचायत की 40 में से महज 8 सीटें ही बीजेपी के खाते में आई.
लखनऊ:LNN: Panchayat Election पंचायत चुनाव के नतीजों से उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी सरकार के एजेंडे में शामिल तीन जिलों- वाराणसी, अयोध्या और मथुरा में समाजवादी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है.
प्रदेश में पंचायत की लाखों सीटों के लिए रविवार को 829 केंद्रों पर मतगणना शुरू हुई. जिला पंचायत चुनाव के नतीजों में बीजेपी भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है,
लेकिन उसे अयोध्या, वाराणसी और मथुरा में झटका लगा है. अयोध्या और वाराणसी में समाजवादी पार्टी जबकि मथुरा में बीएसपी ने ज्यादा सीटें जीती हैं.
Panchayat Election योगी सरकार के चार सालों के कार्यकाल में वाराणसी, अयोध्या और मथुरा पर फोकस रहा है पंचायत चुनाव के नतीजे बीजेपी सरकार के लिए झटका देने वाले साबित हुए हैं.
वाराणसी में भी बीजेपी को झटका. पंचायत के चुनाव में भी बीजेपी को शिकस्त मिली है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में जिला पंचायत की 40 में से महज 8 सीटें ही बीजेपी के खाते में आई.
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सपा के खाते में 14 सीटें और बीएसपी के खाते में 5 सीटें आई हैं.यहां अपना दल (एस) को 3 सीटें, आप और सुभासपा को 1-1 सीटें मिली हैं. वहीं 3 निर्दलीय कैंडिडेट को जीत मिली है.
मथुरा के किसानों ने कृषि आंदोलन के विरोध में प्रदर्शन किया था.
मथुरा में भी बीजेपी का हाल खस्ता ही रहा, यहां मायावती की बीएसपी ने 12 और चौधरी अजीत सिंह की राष्ट्रीय लोकदल ने 9 सीटों पर परचम लहराया है. बीजेपी की झोली में 8 सीटें आईं.
सपा ने एक सीट मात्र से अपना खाता ही खोला. कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल सका और 3 निर्दलीय प्रत्याशी जीत गए.
अयोध्या में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. अयोध्या की 40 जिला पंचायत सीटों में से 24 पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है. बीजेपी महज 6 सीटें ही आईं.
बाकी पर निर्दलियों ने कब्जा जमाया. अयोध्या में दर्जन बीजेपी नेताओं ने टिकट ना मिलने की वजह से बगावत कर दिया था.
अयोध्या-मथुरा-काशी तीनों ही बीजेपी के सियासी एजेंडे में हमेशा से शामिल रहे हैं.
इनके नाम पर ही बीजेपी सियासत करती आ रही है. देश और प्रदेश दोनों ही जगहों पर बीजेपी की ही सरकार है.
अयोध्या में भी राममंदिर का निर्माण हो रहा है, जिसका पूरा श्रेय बीजेपी खुद लेती है. वाराणसी भी लगातार 2 बार से पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है.
अयोध्या के बाद अब बीजेपी ने मथुरा के कृष्ण जन्मभूमि और वाराणसी के ज्ञानवानी मस्जिद पर भी कदम बढ़ा दिए हैं. 8 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत चुनाव के सेमीफाइनल में मिली शिकस्त योगी सरकार के लिए बड़ा झटका है.
लखनऊ के सभी 25 सीटों के परिणाम आ गए हैं. बीजेपी 3, एसपी 8, बीएसपी 5, कांग्रेस शून्य और अन्य को 9 सीटें मिली हैं.
मुज़फ्फरनगर में जिला पंचायत सदस्य की मतगणना सवालों के घेरे में आ गई है. सबसे ज्यादा किरकिरी वार्ड 42 की वोटो की गिनती में हुई.
पहले 106 की जीत बताकर भाजपा के वीरपाल निर्वाल समर्थकों ने जीत का जश्न मना लिया.इसके बाद डॉक्टर निर्वाल के 159 मतों से हारने की घोषणा कर दी गई.
विरोध में डॉक्टर निर्वाल अपनी सरकार के खिलाफ ही धरने पर बैठ गए. हंगामे के बाद देर रात फिर से मतगणना कराई गई.
मुज़फ्फरनगर जिला पंचायत सदस्य के 43 कुल सीटों के परिणाम घोषित. भाजपा – 13, रालोद – 03, बसपा – 03, सपा – 00, कॉंग्रेस – 00, असपा – 06, निर्दली – 18.