Three dead in shootout जेल के जेलर एसपी त्रिपाठी ने बताया कि जेल में बंद कुछ कैदियों के बीच हुई आपसी झड़प के दौरान एक बंदी ने दो कैदियों की गोली मारकर हत्या कर दी, बाद में जेल सुरक्षाकर्मियों ने उसे भी मार गिराया.
लखनऊ:LHNN:Three dead in shootout उत्तर प्रदेश की जेल में हुए शूटआउट में तीन लोगां की मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार,उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में एक कैदी ने अपने दो साथियों को गोली मार दी, जिसमें दोनों को मौत हो गई. चित्रकूट जेल (Chitrakoot Jail) में शुक्रवार सुबह एक कैदी ने 2 अन्य कैदियों को बंधक बनाकर गोलियों से भून डाला.
Three dead in shootout जेल परिसर में मौके पर पहुंचे अतिरिक्त सुरक्षा बलों ने दोनों कैदियों को हत्यारोपी को काबू करने के लिए काफी देर तक समझाया.लेकिन आरोपी बाकी कैदियों को भी गोलियों ने भून डालने की धमकी देता रहा.
लिहाजा सुरक्षाबलों ने आरोपी कैदी को मौके पर ढेर (Encounter) कर दिया. फिलहाल खबर लिखे जाने तक चित्रकूट जिलाधिकारी व जिले के बाकी तमाम पुलिस अफसर मौके पर ही मौजूद हैं.
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जेल के अंदर हुई इस खून खराबे की घटना में कुल तीन कैदियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.घटनाक्रम की पुष्टि शुक्रवार दोपहर यूपी जेल महानिदेशक आनंद कुमार ने भी की.
Three dead in shootout रगौली जेल के जेलर एसपी त्रिपाठी ने बताया कि जेल में बंद कुछ कैदियों के बीच हुई आपसी झड़प के दौरान एक बंदी ने दो कैदियों की गोली मारकर हत्या कर दी, बाद में जेल सुरक्षाकर्मियों ने उसे भी मार गिराया.
जेलर त्रिपाठी ने बताया कि अभी फिलहाल जिले के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं.
उधर, लखनऊ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जेल के अंदर मारे गए तीनों कैदियों में अंशु दीक्षित, मेराजुददीन उर्फ मेराज अली और मुकीम काला शामिल हैं.
सूत्रों के मुताबिक दीक्षित ने मेराज अली और मुकीम काला की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि पुलिस द्वारा की गई रक्षात्मक कार्रवाई में अंशु दीक्षित मारा गया.
सूत्रों ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना के लोगों के पलायन में मुकीम गैंग का नाम आया था जबकि मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली को मऊ जिले के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता था.
दीक्षित ठेके पर हत्या करने वाला अपराधी था, जिस पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे.
मेराज अली पिछली 20 मार्च को जिला जेल बनारस से प्रशासनिक आधार पर चित्रकूट जेल लाया गया था,
जबकि मुकीम काला को सात मई, 2021 को सहारनपुर जिला जेल से प्रशासनिक आधार पर चित्रकूट जेल में स्थानांतरित किया गया था.
पुलिस की सुरक्षात्मक कार्रवाई में मारा गया तीसरा बंदी अंशु दीक्षित प्रशासनिक आधार पर आठ दिसंबर, 2019 को जिला जेल सुलतानपुर से लाकर चित्रकूट जेल में रखा गया था.
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माना जा रहा है कि इसी हथियार से अंशू दीक्षित ने बाकी दो साथी कैदियों को कत्ल किया था.
Three dead in shootout जिला प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि आखिर, जिला जेल चित्रकूट के अंदर वो हथियार कैसे पहुंचा, जिससे अंशू दीक्षित ने दो कैदियों की हत्या कर दी.
इस बात का भी पता लगाने की कोशिशें जारी हैं, कि वह क्या वजह है जिसके चलते अंशू दीक्षित ने बाकी दो कैदियों की हत्या उनके चित्रकूट जेल में पहुंचने के चंद दिन बाद ही कर दी.
उत्तर प्रदेश जेल महानिदेशालय के मुताबिक, हादसे का मौका मुआयना करने के लिए प्रयागराज रेंज के प्रभारी उप-महानिरीक्षक (जेल) प्रयाग पांडे को भेजा गया है
यूपी जेल महानिदेशालय के मुताबिक, खबर लिखे जाने तक जिलाधिकारी और चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक मय अतिरिक्त पुलिस फोर्स जेल के अंदर ही डेरा डाले हुए हैं.
आशंका इस बात की जताई जा रही है कि, कहीं अंशू दीक्षित के ढेर कर दिये जाने की खबर से जेल में बंद उसके समर्थक कैदी किसी तरह का कोई बबाल पैदा न कर दें.
जेल की सुरक्षा में अतिरिक्त बल भी तैनात कर दिया गया है. जिस जगह खून खराबा हुआ वहां पुलिस को तीन कैदियों की लाशों के पास ही असलहा भी पड़ा मिला है.