Live Cyclone Yaas

Live Cyclone Yaas से समुद्र का पानी दक्षिण 24 परगना के सागर एवं गोसाबा जैसे क्षेत्रों और पूर्व मिदनापुर के मंदारमणि, दीघा और शंकरपुर जैसे तटीय क्षेत्रों में घुस गया है.

नई दिल्ली: Live Cyclone Yaas चक्रवात यास के ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराने के बाद दोनों राज्यों में जमकर नुकसान पहुंचाया.

Live Cyclone Yaas ‘यास’ के सुबह करीब नौ बजे तट पर टकराने के साथ ही उत्तरी ओडिशा एवं पड़ोसी पश्चिम बंगाल में भीषण चक्रवाती तूफान ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया.

जहां इस दौरान 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं.



मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के अधिकतर हिस्से चक्रवात से प्रभावित हुए हैं और इसके कारण बारिश हुई है.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लगभग पूरे पश्चिम बंगाल में पानी भर गया है. कई तटबंध टूट गए हैं

और समुद्र का पानी दक्षिण 24 परगना के सागर एवं गोसाबा जैसे क्षेत्रों और पूर्व मिदनापुर के मंदारमणि,

दीघा और शंकरपुर जैसे तटीय क्षेत्रों में घुस गया है. निचले इलाकों में व्यापक क्षति हुई है.

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चक्रवात के कारण समुद्र में दो मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठीं

और पूर्व मेदिनीपुर में दीघा एवं मंदारमणि और दक्षिण 24 परगना में फ्रेजरगंज और गोसाबा चक्रवात से प्रभावित हुए.



अधिकारियों ने बताया कि बढ़ते जलस्तर के कारण दोनों तटीय जिलों में कई स्थानों पर तटबंध टूट गए,

जिसके कारण कई गांव और छोटे कस्बे जलमग्न हो गए.

विद्याधारी, हुगली और रूपनारायण समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है

मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान ‘यास’ ओडिशा के बालासोर से 20 किमी दक्षिण में टकरा गया है.

120 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है.

बताया जा रहा है कि अब तूफान पश्चिम बंगाल की तरफ मुड़ गया है

चक्रवाती तूफान ‘यास’ ओडिशा तट से टकरा चुका है. पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश जारी है.

130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. समंदर से 6 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं.



Live Cyclone Yaas ‘यास’ के कारण ओडिशा के जगतसिंहपुर में एक नदी में नौका के पलट जाने के बाद जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने मिलकर 10 लोगों को बचा लिया.

जगतसिंहपुर जिलाधिकारी ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें बचाव कर्मियों को एक नौका में लोगों को बैठाते देखा जा सकता है.

जगतसिंहपुर के जिलाधिकारी संग्राम के मोहापात्रा ने बुधवार को ट्वीट किया,

‘‘चक्रवात यास के दौरान नदी में नौका पलटने के बाद देर रात 10 लोगों को बचाकर एनडीआरएफ और बीडीओ, एरासामा ने शानदार काम किया”

उन्होंने कहा कि यह कठिन अभियान हल्की बारिश और 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं के बीच चलाया गया.

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी बचाव प्रयासों की प्रशंसा की है.

IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, झारखंड में आज और कल भारी से भारी बारिश हो सकती है.

ताजा जानकारी के अनुसार झारखंड में भी चक्रवात यास का असर देखने को मिल रहा है.

राजधानी रांची में मौसम में बदलाव दर्ज किया जा रहा है.

बंगाल और ओडिशा के इलाकों में NDRF की टीमें सड़कों पर गिरे पेड़ों को काटकर रास्ते से हटाने का काम कर रही हैं.

बिहार, सब हिमालयन पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी आज और कल आइसोलेटेड भारी बारिश से भारी बारिश हो सकती है.

असम मेघालय में भी आज आइसोलेटेड भारी बारिश होने की उम्मीद है.

Cyclone Yaas यास चक्रवात  का असर बिहार के दक्षिणी हिस्सों में देखने को मिल रहा है

नवादा में भी उसका असर देखने को मिल रहा है.

पिछले दिनों से नवादा में लगातार तेज हवा के साथ साथ बादल गरज रहे हैं.

रुक-रुक कर हल्की बूंदाबांदी भी हो रही है.

 

मौसम में अचानक परिवर्तन होने से लोगों को राहत महसूस हुई है.

दक्षिण बिहार के हिस्से इससे सबसे ज्यादा अगले तीन-चार दिनों में प्रभावित होने वाले हैं.

इसको लेकर जिला प्रशासन की तरफ से संयुक्त आदेश भी जारी किया गया है

कि लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकले.

डीएम एसपी ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की थी.

प्रभावित इलाकों में माइकिंग भी कराई जा रही है.

पश्चिम बंगाल के कई जिलों में 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं.

पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी तूफान का असर दिख रहा है.

पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में सेना, NDRF और तटरक्षक दल के लोग बचाव अभियान में जुटे.

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